Holi Festival 2025: महाराष्ट्र में होलिका दहन की तारीख को लेकर भ्रम दूर, जानें कब मनाई जाएगी होली और कब उड़ेगा गुलाल

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महाराष्ट्र में होली का त्योहार लेकर लोगों के बीच काफी समय से भ्रम की स्थिति बनी हुई थी। लोग यह जानने को उत्सुक थे कि होलिका दहन 14 मार्च को होगा या 15 मार्च को। अब यह कन्फ्यूजन दूर हो गया है। धार्मिक ग्रंथों और पंचांग के अनुसार, महाराष्ट्र में होलिका दहन 14 मार्च की रात को होगा, जबकि रंगों और गुलाल से सजी होली का मुख्य त्योहार 15 मार्च को मनाया जाएगा।

होलिका दहन: 14 मार्च की रात

होलिका दहन, जिसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है, 14 मार्च की शाम को होगा। इस दिन लोग शाम के समय होलिका की पूजा करेंगे और अग्नि प्रज्वलित करके बुराई पर अच्छाई की जीत का संकल्प लेंगे। होलिका दहन की रस्म को लेकर मान्यता है कि इस दिन भक्त प्रह्लाद की रक्षा करने वाले भगवान विष्णु की कृपा से बुराई का अंत होता है।

होलिका दहन के दिन लोग लकड़ी और उपले इकट्ठा करके होलिका की आग तैयार करते हैं। शाम को पूजा-अर्चना के बाद होलिका जलाई जाती है। इस दौरान लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं और मिठाइयां बांटते हैं। होलिका दहन के बाद अगले दिन रंगों का त्योहार मनाया जाता है।

रंगों की होली: 15 मार्च

होलिका दहन के अगले दिन, यानी 15 मार्च को, महाराष्ट्र में रंगों और गुलाल से सजी होली मनाई जाएगी। इस दिन लोग सुबह से ही एक-दूसरे को रंग लगाकर और गुलाल उड़ाकर होली की शुभकामनाएं देते हैं। बच्चे पिचकारियों से रंग छिड़कते हैं, जबकि बड़े गुलाल और अबीर से होली खेलते हैं।

होली का यह त्योहार भाईचारे और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस दिन लोग पुराने गिले-शिकवे भूलाकर एक-दूसरे को गले लगाते हैं और मिठाइयां खिलाते हैं। महाराष्ट्र में होली के दिन पुरानी परंपराओं का निर्वाह करते हुए लोग ढोल-नगाड़े बजाते हैं और होली के गीत गाते हैं।

सरकार की गाइडलाइन्स

होली के त्योहार को सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से मनाने के लिए सरकार ने कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनमें शामिल हैं:

  • केमिकल युक्त रंगों का इस्तेमाल न करें।
  • होली खेलते समय सुरक्षा का ध्यान रखें।
  • शराब और नशीले पदार्थों से दूर रहें।
  • बच्चों की निगरानी रखें और उन्हें सुरक्षित रंगों का ही इस्तेमाल करने दें।

होली का महत्व

होली का त्योहार न केवल रंगों का उत्सव है, बल्कि यह सामाजिक एकता और भाईचारे का भी प्रतीक है। यह त्योहार हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है। होलिका दहन के माध्यम से हम यह सीखते हैं कि सत्य और धर्म की हमेशा जीत होती है।

महाराष्ट्र में होली का त्योहार 14 और 15 मार्च को दो दिनों तक मनाया जाएगा। 14 मार्च को होलिका दहन होगा, जबकि 15 मार्च को रंगों और गुलाल से सजी होली मनाई जाएगी। इस त्योहार के मौके पर सभी को बधाई और शुभकामनाएं!

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